Super life for अनुवांशिकता और पर्यावरण good important


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अनुवांशिकता और पर्यावरण का प्रभाव 

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बालक विकास के अवरोधक

बालक विकास की प्रक्रिया तथा आंतरिक कारणों से प्रभावित होती है।
बालक के शारीरिक कारक वंशानुगत कारक बुद्धि संवेगात्मक कारक सामाजिक कारक इत्यादि प्रभावित आंतरिक कारक करते हैं।
बालक के विकास को प्रभावित करने वाले दो कारक  सामाजिक आर्थिक स्थिति वातावरण व अन्य कारक आते हैं।
आनुवंशिकता और वातावरण की अंतर क्रिया का परिणाम मानव व्यक्तित्व के विकास को प्रभावित करता है।

अनुवांशिकता अवधारणा के स्वरूप

1.आनुवंशिक गुणों के एक दूसरी पीढ़ी से संचालित होने वाली प्रक्रिया वंशानुक्रम का लाती है।
2.पीढ़ी दर पीढ़ी संचरण की विधियां अनुवांशिक लक्षणों तथा कारणों के अध्ययन से आनुवंशिकी कहा जाता है।
3.अनुवांशिक लक्षण सामाजिक संरचना मानी जाती है।
4.व्यक्तित्व के वंश क्रम में शारीरिक बनावट शारीरिक विशेषताएं सारी क्षमताओं तथा विभिन्न क्रियात्मक माता और पिता अन्य पूर्वजों के प्रजातियों से प्राप्त होता है।
5.जन्मपत्रिका सबसे महत्वपूर्ण परिणाम संतति किस जीव के समान दी जाए तथा निर्धारण करते हुए पूर्व विश्वसनीयता के साथ वारसागत होते हैं।
6.जिस प्रकार एक एक ईट जोड़कर को चुनकर इमारत बनती है उसी प्रकार को शो के द्वारा मानव शरीर का निर्माण होता है।
केंद्रक न्यूक्लियस को शो में गुणसूत्रों को क्रोम सोम कहते हैं जिसमें 46 पुरुष तथा 23 युग में व्यवस्थित होते हैं।
फ्रेंड के अनुसार गुणसूत्र 3000 जींस पाए जाते हैं।
जींस व्यक्ति की विभिन्न योग्यता और गुरु को निर्धारित करते हैं।

अनुवांशिकता का इफेक्ट

मानव शारीरिक लक्षणों पर प्रभाव

निम्नलिखित बिंदुओं पर इनका प्रभाव पड़ता है
1. मानव के रूप रंग आकाश शारीरिक गठन ऊंचाई इतिहास पर निर्भर करता है.
2. माता के गर्भ में निषेचित युग में क्रोमोसोम तथा माता-पिता के प्रत्येक बच्चे के विभिन्न जींस बच्चे में अपना रक्त की समानताएं होती हैं.
3. अनुवांशिक ट्रांसमिशन एक जटिल प्रक्रिया है.
4. मोनू साइकोटिक ट्विंस एक सामान सेट के गुणसूत्र होते हैं.
5. अधिकांश जुड़वा तथा जो पृथक एवं विकसित होते हैं.
6. दुबले पतले कमजोर बीमार तथा किसी प्रकार की शारीरिक बाधा से पीड़ित बच्चे भी उत्पन्न होते हैं.
7. असंतुलित शरीर मोटापा कम उसे शारीरिक सुंदरता इत्यादि का विलक्षण देखा जाता है.
8. महिला और पुरुष के रंगों को पहचान तथा नर एवं शिशु को हस्तांतरित आधी प्रतिगामी रिसोर्स महिलाओं में होते हैं.
9. जींस जोड़े जोड़े दोनों जिन प्रखर एक दूसरे से प्रतिमान संप्रेषित होते रहते हैं.
10. जैसे आंखों का रंग संलक्षण ई फिटनेस टाइटस के रूप में मनाया जाता है.

मानव बुद्धि पर प्रभाव



कुछ महत्वपूर्ण परिभाषाएं

जेम्स ड्राइवर

मानसिक तथा शारीरिक विशेषताएं माता-पिता से संतानों में हस्तांतरित होते हैं.

 बेनेदिक्त

माता-पिता के लक्षण संतानों में  वंशानुक्रम के अंतर्गत प्रकट होते हैं।

जिस बर्थडे

पीढ़ी का प्रत्येक कार्य कुछ जैविक तथा मनोवैज्ञानिक विशेषताओं माता-पिता उनकी संतानों में हस्तांतरित होते हैं.

पेटरसन वूडवर्थ के अनुसार

मानव में उनके माता-पिता के गुणों के आधार पर लक्षण प्रकट अगली पीढ़ी में होते हैं।

बीएन झा

बालकों में जन्मजात माता-पिता के लक्षणों के अनुसार ही अगली पीढ़ी में परिवर्तन देखा जाता है।

जिओ शास्त्री

संभावित विद्वान विशिष्ट गुणों का योग अनुवांशिकता का लक्षण होता है.

मानव बुद्धि पर प्रभाव

1.अधिगम की योग्यता समायोजन की योग्यता निर्णय लेने की क्षमता इत्यादि रूप से सीखने की गति मानसिक विकास तीव्र गति परिवार समाज विद्यालय आदि को समायोजित करता है।
2. अधिकतर देखा जाता है कि मन बुद्धि के बालक माता-पिता मन बुद्धि वाले होते हैं तथा तीव्र बुद्धि वाले माता-पिता के बच्चे तीव्र बुद्धि वाले ही पैदा होते हैं।
3.मानसिक क्षमता के अनुकूलन संवेगात्मक विकास माना जाता है।
4.बालक के समय को का रूप सामाजिक मानसिक नैतिक शारीरिक भाषा आज संबंधित क्षमताएं प्रभावित होते हैं।
5.असंतुलित बालक पढ़ाई में या किसी अन्य गंभीर कार्यों के फलस्वरूप मानसिक विकास को प्रभावित करता है।
FAQ.
1 माता-पिता ki gun kya hai
2. गुणसूत्रों की संख्या कितनी होती है
3. क्रोम क्या है
4. लिंग निर्धारण कैसे होता है
5. बताऊं क्या है
6. पर्यावरण किसे कहते हैं
7. पर्यावरण कितने प्रकार का होता है
8. पर्यावरण का मानव जीवन पर क्या प्रभाव
9. आनुवंशिकता के क्या लक्षण है
10. आनुवंशिकता में ड्राइवर ने क्या कहा