सर्पगंज एक जीवन घटक घटना होती है जिसमें बचाव के लिए बहुत कम समय ही मिलता है यदि समय से इलाज नहीं होता है तो जान्हा की संभावना पड़ जाती है सर्वप्रथम पीड़ित का त्वरित इलाज करा कर जान्हा को रोका जा सकता है यह घटना पूरे वर्ष होती रहती है परंतु मानसून के दौरान सर्पगंज की घटना अनैच्छिक होती है सर्व डांस की घटना एवं इससे हताहत होने की अधिक संभावना बनी होती है।
         विभिन्न शोध के अनुसार भारत में 15% सिर्फ जहरीले प्रजाति के पाए जाते हैं शेष 85% प्रजातियां विषैली नहीं होती है भारत के सर्वप्रथम से मौत के आंकड़े दुनिया के किसी भी देश में से अधिक नहीं है सांपों के बारे में सही जानकारी का अभाव एवं समय से इलाज करना मिलना प्रमुख कारण होता है।
    उत्तर प्रदेश में सर्पगंज का काटना------
     उत्तर प्रदेश में लापरवाही और अज्ञानता के कारण सांप काटने से स्कूली बच्चों की दशा बिगड़ने और कई मामलों में निमृत की घटनाएं लगातार बढ़ती जाती है यहां तक की गांव में यही प्रक्रियाएं होती हैं ग्रामीण वीडियो में अधिकतर मौतें सांप के काटने से हो जाती है उत्तर प्रदेश में पाए जाने वाले अधिकतर सांप विषय ले होते हैं परंतु ऐसे मामलों में भी सर्पदंश प्रबंधन की जानकारी के अभाव में लोगों की भाई से भी मृत्यु हो जाती है इसलिए स्कूली बच्चों को सर्प डांस प्रबंधन की जानकारी देना तथा ग्राम में प्रशिक्षण देना जानकारी सरजीत करना जरूरी होता है।
    सरपंच की पहचान-------------
विषैला सर्प के काटने पर काटने के स्थान पर दो दांतों के निशान दिखाई देते हैं जिसमें तेज जलन के साथ-साथ दर्द तेज नींद आना सांस में परेशानी खाने-पीने निकालने में परेशानी जी मिचलाना अत्यधिक पेट दर्द पसलियां रन की बीच बहुत अधिक दर्द ऐसे में मैरिज का दिमाग काम नहीं करता अनेक मामलों में मरीज के मुंह से झाग निकलना शुरू होता है याद रखिए अगर ऊपर दिए गए लक्षणों में से किसी व्यक्ति में तीन या अधिक लक्षण पाए जाते हैं तो विषैला सरपंच का शिकार मानिए लेकिन सर्वप्रथम का संदेह होते ही मरीज को सरकारी अस्पताल में पहुंचाएं.
सर्प डांस के तत्काल बात क्या करें----------
1. सांप जहरीला काटता है तो दो चिन्ह दांत के दिखाई देते हैं.
2. काटे गए सांप के स्थान को साबुन से पानी से अच्छी तरह धुलाई कर देना चाहिए.
3. कटे हुए स्थान को स्थिर रखें व्यक्ति को चलने फिरने कार्य न करने की सलाह दिया जाए.
4. कटे हुए स्थान पर ऊपर या नीचे रस्सी से कभी ना बढ़े.
5. पीड़ित को चिकित्सा स्थानांतरण होने के उपरांत जल्द ही एंटी वेनम दिया जाना चाहिए.
6. कटे स्थान को चूसना कभी नहीं चाहिए.
सर्वप्रथम से पूर्व बचाने के उपाय------------
1. सर्वप्रथम सांप के रहने के स्थान की जानकारी रखें।
2. खेतों में काम करते समय वोट या जूता द्वारा पांव को ढक कर रखना चाहिए.
3. दीवार में पड़ी दरारें या क्षेत्र में सावधान रखें तथा बच्चों को इनसे दूर रखें.
4. हमारे आसपास के अस्पताल में एंटी वेनम होना चाहिए.
5. प्रत्येक व्यक्ति तथा प्रत्येक गांव के प्रत्येक परिवार में एंबुलेंस सेवाएं टोल फ्री नंबर अवश्य.
क्या करें----------
1. पीड़ित व्यक्ति को किसी भी प्रकार की शारीरिक क्रिया ना करनी थी.
2. व्यक्ति की घबराहट से दूर रखें घर बाहर से शरीर में जहर तेजी से फैलता है.
3. मरीज के वेब से किसी प्रकार की छेड़छाड़ ना करें घाव को साबुन पानी से धौला दें..
4. घाव के आसपास से कड़ी खड़ा अंगूठी इत्यादि चीजों को तुरंत उतार दें.
5. जल्दी से जल्दी मरीज को अस्पताल ले जाएं ताकि उसका सही उपचार मिल सके.
6. पीड़ित व्यक्ति को चिकित्सालय स्थानांतरित होने के उपरांत जल्द ही अंतिम निबंध दिया जाना चाहिए.
क्या नहीं करना चाहिए------
1. सांप के जहर को कभी भी कस कर निकालने की कोशिश नहीं करनी चाहिए.
2. बिना चिकित्सा सलाह के भी दवा मरीज को नहीं देनी चाहिए।
3. पीड़ित व्यक्ति के सर्प धांश वाले भाग पर किसी भी प्रकार का मलहम ना लगे.
4. सपेरे अथवा तांत्रिक के चक्कर में ना पड़े सांप को करने का प्रयास न करें.
विशेष सर्वप्रथम से बचाव----------
1. किसी को सांप काट ले तो भाई एवं चिंता ना करें केवल 15% ही विषय ले साफ होते हैं या अभी याद रखें की जहरीले सांपों के बीच थैली में भी हर समय पूरा जहर नहीं होता है प्राय विषैला सांप भी किसी को काटते समय पर्याप्त जहर उसके शरीर में डाल भी नहीं पाते हैं.
2. सांप के काटने के उपरांत काटने के निशान की जांच करें विश्व में सांप को काटने से भी घाव सोचता है और उन्हें खुजलाहट होती है भयानक जलन और पेट में आसानी पीड़ा नहीं होती है.
3.जहां सांप ने काटा हो उसे गांव को साबुन से धोएं गाव के ऊपर बैंडेज लगे राहु को चूसने चीरने मुंह से जहर निकालने घाव पर बर्फ या झाड़ तोक की कोशिश हरगिज ना करें तथा घायल व्यक्ति को चलने हिलने से से रोक लगाई जाए.
4. काटे गए अंग को दिल से ऊंचा रखते हुए मरीज को आराम से लेता है और दिलासा दिलाते रहे.
5. यदि वह घबरा तो उसकी हृदय गति तेज हो जाएगी और जहर बहुत जल्दी सारे शरीर में फैल जाएगा.
6 मरीज को अभिलंब हॉस्पिटल पहुंचना चाहिए.